Make In India: मेक इन इंडिया का दम, साल 2013 के मुकाबले इस साल खिलौनों के निर्यात में हुई 636 प्रतिशत की बढ़ोतरी
घरेलू खिलौना विनिर्माताओं के ईमानदार प्रयासों की वजह से कोविड-19 महामारी के बावजूद दो साल से भी कम समय में भारतीय खिलौना उद्योग में शानदार बढ़ोतरी हुई है. जिसकी बदौलत वित्त वर्ष 2021-22 के दौरान खिलौनों के आयात में 70 प्रतिशत से ज्यादा गिरावट आई है.
Make In India: मेक इन इंडिया का दम, साल 2013 के मुकाबले इस साल खिलौनों के निर्यात में हुई 636 प्रतिशत की बढ़ोतरी (Reuters)
Make In India: मेक इन इंडिया का दम, साल 2013 के मुकाबले इस साल खिलौनों के निर्यात में हुई 636 प्रतिशत की बढ़ोतरी (Reuters)
Make In India: भारत में खिलौना उद्योग ऐतिहासिक रूप से आयात पर निर्भर रहा है. कच्चे माल, प्रोद्योगिकी, डिजाइन क्षमता आदि की कमी के कारण खिलौनों और उसके कंपोनंट का भारी मात्रा में आयात हुआ. वित्त वर्ष 2018-19 के दौरान, हमारे देश में 371 मिलियन डॉलर (2960 करोड़ रुपये) के बराबर के खिलौनों का आयात हुआ. इन खिलौनों का एक बड़ा हिस्सा असुरक्षित, घटिया, नकली और सस्ते थे. निम्न गुणवत्ता तथा नुकसानदायक खिलौनों के आयात पर ध्यान देने के लिए तथा खिलौनों के घरेलू विनिर्माण को बढ़ाने के लिए सरकार द्वारा कई रणनीतिक कदम उठाये गए हैं. कुछ प्रमुख पहलों में मूलभूत सीमा शुल्क को 20 प्रतिशत से बढ़ाकर 60 प्रतिशत करना, गुणवत्ता नियंत्रण आदेश का कार्यान्वयन, आयातित खिलौनों की अनिवार्य सैंपल जांच, घरेलू खिलौना विनिर्माताओं को 850 से अधिक बीआईएस लाइसेंस की मंजूरी देना, खिलौना क्लस्टरों का निर्माण आदि शामिल हैं.
प्रचार संबंधी कई प्रमुख पहलों के रूप में वैश्विक आवश्यकताओं के अनुरुप नवोन्मेषण तथा नए समय की डिजाइन को प्रोत्साहित करने के लिए स्वदशी खिलौनों को बढ़ावा देने के लिए भारतीय खिलौना मेला 2021, टवॉयकैथोन 2021, ट्वॉय बिजनेस लीग 2022 का आयोजन किया गया.
वित्त वर्ष 2021-22 में 70 फीसदी से भी ज्यादा घटा खिलौनों का आयात
घरेलू खिलौना विनिर्माताओं के ईमानदार प्रयासों की वजह से कोविड-19 महामारी के बावजूद दो साल से भी कम समय में भारतीय खिलौना उद्योग में शानदार बढ़ोतरी हुई है. जिसकी बदौलत वित्त वर्ष 2021-22 के दौरान खिलौनों के आयात में 70 प्रतिशत से ज्यादा गिरावट आई है और ये घटकर 110 मिलियन डॉलर (877.8 करोड़ रुपये) तक आ गए हैं.
भारत ने वित्त वर्ष 2021-22 में 1612 करोड़ रुपये के खिलौनों का निर्यात किया
TRENDING NOW
घरेलू बाजार में खिलौनों की गुणवत्ता में उल्लेखनीय सुधार आया है. इसी के साथ, उद्योग के प्रयासों की बदौलत वित्त वर्ष 2021-22 के दौरान 326 मिलियन डॉलर (2601.5 करोड़ रुपये) के बराबर खिलौनों का निर्यात किया गया है जो वित्त वर्ष 2018-19 के 202 मिलियन डॉलर (1612 करोड़ रुपये) की तुलना में 61 प्रतिशत से अधिक ज्यादा है. भारत के खिलौनों के निर्यात ने अप्रैल-अगस्त 2022 में 2013 की समान अवधि के मुकाबले 636 प्रतिशत की असीम वृद्धि दर्ज कराई.
पीआईबी इनपुट्स
02:09 PM IST